ओडिशा में ब्लॉकचेन तकनीक का पहला उपयोग: ओवो फार्म ने अंडा उद्योग में लाई नई तकनीक

ओडिशा में ब्लॉकचेन तकनीक का पहला उपयोग: ओवो फार्म ने अंडा उद्योग में लाई नई तकनीक

ओडिशा ने अंडा उद्योग में ‘ब्लॉकचेन’ तकनीक का पहला राज्य बनकर एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है। यह तकनीक ग्राहकों को उत्पाद की गुणवत्ता के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करती है। ओडिशा के बलांगीर जिले में स्थित ओवो फार्म ने ‘ब्लॉकचेन’ का पहला उपयोग कर देश में एक नया मील का पत्थर रखा है।

यह नई तकनीक ग्राहकों को उत्पाद की गुणवत्ता के बारे में जानकारी देने के लिए उपयोगी है। संसाधनों का बेहतर उपयोग करके फार्म ने उत्पादन की तारीखों को भी उद्घाटन से छपवाया है, जो उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण होता है। इस तकनीक ने उत्पादन प्रक्रिया को संघर्षमुक्त बनाने और उत्पाद की सटीकता को बढ़ाने में मदद की है।

ओवो फार्म ने अपने आउटलेट को ‘एग-स्ट्रा’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से बेचना शुरू किया है। इसमें हर अंडे पर उत्पादन तिथि छपी रहती है, जो ग्राहकों के लिए उत्पाद की स्वीकृति में मदद करती है।

इसके साथ ही, लैब में अंडों की जांच हर स्तर पर की जाती है और उन्हें यूवी उपचार, सूखी सफाई, वैक्सिंग, और ग्रेडिंग जैसी आधुनिक प्रक्रियाओं से गुजराया जाता है।

ओवो फार्म ने स्वस्थ वातावरण की रक्षा के लिए प्रणालियों का पालन किया है। यह कृषि-आधारित उद्यम पश्चिमी ओडिशा के बलांगीर शहर में स्थित है और यहाँ दिनमें लगभग 10 लाख अंडे उत्पादित करता है।

इस उद्योग के दो उद्यमी सौमेंद्र और समरेंद्र मिश्रा ने बड़ी मेहनत से इसे सफल बनाया है और इस उद्योग को स्थानीय स्तर पर बढ़ावा दिया है।

इस स्टार्टअप ने बलांगीर और पास के क्षेत्रों में 300 से अधिक लोगों को रोजगार दिया है और उन्हें नियमित भोजन भी प्रदान किया जा रहा है।